प्रकाश-संश्लेषण, श्वसन तथा कोशिकीय ऊर्जा (Photosynthesis, Respiration and Cellular Energy)
- हरे पौधे प्रकाश-संश्लेषण का क्रिया में O2 गैस निकालते हैं।
- सुर्य के प्रकार तथा पर्णहरिम की उपस्थिति में वायु की कार्बन डाइ-आक्साइड तथा मृदा जल संयोग करके खाद्य (शर्करा) का निर्माण करते है। यह क्रिया प्रकाश-संश्लेषण कहलाती है।
- पत्थर के कोयले में मिलने वाली ऊर्जा का सोत सूर्य है।
- AT.P. में फॉस्फेट के तीन अणु होते हैं।
- क्रेण्स चक्र और इलेक्ट्रॉन परिवहन की क्रियाएँ माइटोकॉप्डिया में सम्पन्न होती है।
- ग्लाइकोलाइसिस की क्रिया कोशा द्रव्य में होती है।
- ग्लाइकोलाइसिस के अन्त में पाइरुविक अम्ल बनता है।
- वायवीय श्वसन की क्रिया O2 की उपस्थिति में होती है।
- 6CO2+6H2O→C6H12O6+6O2 + ऊर्जा
- अवायवीय श्वसन की क्रिया बिना O2 के होती है यह क्रिया जीवाणुओं तथा फीता कृमि आदि में होती है।
- वह क्रिया, जिसमें विशेष एम्जाइम की उपस्थिति में शर्करा ऑक्सीजन के अभाव मैं अल्कोहल तथा कार्बन डाइऑक्साइड में बदलती है किण्वन कहलाती है।
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